आज के डिजिटल दौर में जब लोग हर काम मोबाइल से करना पसंद करते हैं तब ब्लिंकिट जैसी त्वरित ग्रोसरी सेवा ने आम लोगों की जिंदगी को काफी आसान बना दिया था। घर बैठे कुछ ही मिनटों में फल सब्जी और रोजमर्रा का सामान मिल जाना लोगों के लिए किसी सुविधा से कम नहीं था। कामकाजी लोग बुजुर्ग और महिलाएं इस सेवा पर सबसे ज्यादा निर्भर हो गए थे। अब जब ब्लिंकिट से जुड़ी बंद होने की खबर सामने आई है तो लोगों के मन में चिंता और असमंजस की स्थिति बनी हुई है। लोग यह समझ नहीं पा रहे हैं कि यह सुविधा अस्थायी रूप से रुकी है या फिर हमेशा के लिए खत्म हो रही है।
ब्लिंकिट सेवा बंद होने की खबर का पूरा सच क्या है
ब्लिंकिट को एक बड़ी खाद्य वितरण कंपनी ने खरीदा था और इसके बाद यह तेजी से देश के कई शहरों में फैल गया। दस मिनट में सामान पहुंचाने का दावा लोगों को बहुत पसंद आया और इसने बाजार में अलग पहचान बनाई। हाल के समय में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और उपभोक्ताओं के अनुभवों से यह बात सामने आई कि कई जगहों पर यह सेवा काम नहीं कर रही है। हालांकि कंपनी की ओर से पूरे देश में सेवा बंद करने की कोई स्पष्ट और आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। संभावना जताई जा रही है कि यह फैसला घाटे और संचालन खर्च को देखते हुए लिया गया हो।
किन शहरों और क्षेत्रों में ब्लिंकिट की सेवा प्रभावित हुई है
कुछ बड़े शहरों के आसपास और कई मध्यम स्तर के शहरों में उपभोक्ताओं को ऐप के जरिए ऑर्डर करने में परेशानी हो रही है। जहां पहले आसानी से स्टोर दिख जाते थे वहां अब कोई विकल्प नजर नहीं आ रहा है। कई लोगों का कहना है कि उनके इलाके में अचानक सेवा बंद कर दी गई है। छोटे शहरों में पहले ही इसकी पहुंच सीमित थी और अब वहां पूरी तरह से सेवा उपलब्ध नहीं है। इस वजह से लोगों में नाराजगी भी देखी जा रही है।
उपभोक्ताओं और डिलीवरी कर्मियों पर इसका प्रभाव
ब्लिंकिट पर भरोसा करने वाले परिवारों को अब दोबारा स्थानीय बाजारों पर निर्भर होना पड़ रहा है। जो लोग समय की कमी के कारण ऑनलाइन ग्रोसरी मंगाते थे उनके लिए यह एक बड़ा झटका है। इसके अलावा डिलीवरी से जुड़े हजारों युवाओं की आय पर भी असर पड़ने की संभावना है। कई डिलीवरी कर्मियों के लिए यह रोजगार का मुख्य साधन था। सेवा में कटौती से उनकी आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है आगे क्या हो सकता है और आम लोगों को क्या करना चाहिए
Blinkit हुआ बंद
आने वाले समय में कंपनी अपनी रणनीति में बदलाव कर सकती है और चुनिंदा शहरों में सेवा जारी रख सकती है। उपभोक्ताओं को अफवाहों पर ध्यान देने के बजाय आधिकारिक सूचनाओं का इंतजार करना चाहिए। जब तक स्थिति स्पष्ट न हो तब तक अन्य ग्रोसरी ऐप या स्थानीय दुकानों को विकल्प के रूप में अपनाया जा सकता है। स्थानीय दुकानदारों से संपर्क बनाए रखना भी एक अच्छा समाधान हो सकता है। ब्लिंकिट से जुड़ा अगला अपडेट ही यह तय करेगा कि यह बदलाव अस्थायी है या स्थायी।